• No products in the cart.

Crazy Kids

गाय का दूध बच्चों के लिए अमृत समान

          गाय एक पालतू पशु है | जो संसार में प्रायः सर्वत्र पाई जाती है | भारत में वैदिक काल से ही गाय का बड़ा महत्व रहा है | हमारे हिंदू शास्त्रों में गाय को माता ( गौ माता) का दर्जा दिया है | इसलिए उसको गाय माता कहते हैं | गाय को बहुत पवित्र माना है और किसी भी व्रत या पूजा, शुभ अवसर पर उसकी पूजा की जाती है तथा उसकी हत्या महा पातक पापों में की जाती है |
भागवत पुराण के अनुसार समुद्र मंथन के समय 5 देवियों ( कामधेनु ,नंदा, सुभद्रा, सुरभि ,सुशीला, बहुला) की उत्पत्ति हुई थी कामधेनु या सुरभि ब्रह्मा द्वारा ली गई, दिव्य वैदिक गाय गौमाता ऋषियों को दी गई ताकि उससे दिव्य अमृत पंचगव्य का उपयोग यज्ञ पूजा आध्यात्मिक अनुष्ठानों और संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए किया जा सके |
भारत में प्राचीन समय से ही गाय के दूध को प्रकृति द्वारा दिया गया सबसे अनमोल पोषक आहार माना जाता रहा हैं | इसे सम्पूर्ण आहार की संज्ञा दी हे | दूध में केल्सियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता हे | दूध स्वास्थ्य की द्रष्टि से बहुत ही लाभदायक और गुणकारी होता हे | लेकिन बाज़ार में आज के समय कई प्रकार का गाय का दूध मिलता हे | जिनके बारे में शायद कम लोग जानते हे |
भारत एक ऐसा देश है | जो सबसे ज्यादा दूध का उत्पादन करता है | हम सभी लोग दूध में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानते हैं | अगर हम एक ग्लास दूध का सेवन करते है तो ये हमारी इम्युनिटी सिस्टम को बेहतर कर हमें और हमारे पूरे परिवार को कई बीमारियों से बचाता हे |

हमारे हिंदू शास्त्रों में गाय को माता क्यों कहा गया है?

          गाय से उत्पन्न हर चीज एक औषधि है| पंचगव्य से लगभग सभी लोग परिचित होंगे और उसके धार्मिक व व्यवहारिक महत्व से भी अनजान नहीं होंगे पंचगव्य में पांच वस्तुएं आती है गाय का दूध,घी,गोमूत्र,दही,और गोबर, इन 5 चीजों का अलग-अलग महत्व हमारे शास्त्रों में बताया है|हमारे धार्मिक ग्रंथों में और आयुर्वेदिक शास्त्रों में पंचगव्य का धार्मिक महत्व और बहुत सी बीमारियों से बचने का महत्व बताया है जिसकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं |
गाय के रंगभेद से भी इन वस्तुओं का ग्रहण करने का विधान है | पीली गाय का दूध, नीली गाय का दही, काली गाय का घी, लाल गाय का गोमूत्र ,व सफेद गाय का गोबर, ग्रहण करने के लिए अति उत्तम माना है|

गो दुग्ध ( cow milk)

          गाय का दूध स्वादिष्ट, ठंडा, कोमल, घी वाला.गाटा मीठा, वात पित्त नाशक और स्वच्छ होता है|इस प्रकार गाय का दूध जीवन शक्ति को बढ़ाने वाला सर्वश्रेष्ठ रसायन है|गाय के दूध का सेवन करने से फेट नहीं बढ़ता साथ ही गाय का दूध पचने में आसान होता है, इसलिए इससे पाचन संबंधी दिक्कतें नहीं होती है | दूध में कैल्शियम विटामिन आयन पोटेशियम जैसे तत्व होते हैं यह आपके बच्चे को इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है या इम्यूनिटी बढ़ाकर कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करता और दिमाग हड्डी और मांसपेशियों को मजबूत करता है |
गाय का दूध जरूरी पोषक तत्व का अच्छा स्त्रोत माना जाता है | यह शरीर की ताकत को बढ़ाने में मदद करता है इसमें प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट विटामिन और जिंक होते हैं | जो आपके बच्चे को शारीरिक विकास में मदद करते हैं | गाय के दूध के मुख्य लाभ निचे दिए गये हैं |
1) पाचन शक्ति ठीक रहती है –
जिन बच्चों की पाचनशक्ति कमजोर होती है ऐसे बच्चों के लिए गाय का दूध सर्वोतम आहार का कम करता है | बच्चे को दस्त होने पर गाय के दूध में एक चुटकी दालचीनी मिलाकर पिलाने से फायदा होता है |
2) बच्चों को गैस की समस्या कम रहती है –
छोटे बच्चे को गैस की समस्या भी बहुत होती है ऐसे में उन्हें गर्म गाय का दूध देनेसे पेट ठीक रहेगा और गैस की परेशानी कम रहेगी| दूध में थोड़ा सा शक्कर मिला कर बच्चे को पिलाए |
3) आंखों की रोशनी बढ़ती है –
गाय के दूध में कैरोटीन नामक तत्व होता है | जो बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है | रिकेट्स या सूखा रोग दूर करने में मददगार होता है जिन बच्चों को रिकेट्स या सूखा रोग हुआ है उनके लिए गाय का दूध बहुत फायदेमंद होगा इस बीमारी में बच्चों को गाय के दूध के साथ ही बादाम खिलाने से भी फायदा होता है उससे बच्चों की रक्त कोशिकाएं बढ़ती है |
4) हड्डियों को मजबूत करता है –
गाय के दूध में कैल्शियम भरपूर होता है | यह आपके बच्चे के दांत और हड्डियों को मजबूत करता है | कैल्शियम और दूसरे पोषक तत्व के ज्यादा मात्रा में होने से यह बच्चों में मांसपेशियों का नियंत्रण करता है और बच्चे की गतिविधि को भी बढ़ाता है |
5) इसमें जरूरत भर विटामिन होते हैं
गाय के दूध में काफी मात्रा में विटामिन ए विटामिन डी और फास्फोरस होता है | यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है | यह जीवन में बाद में उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और कैंसर की संभावना को कम करता है |
6) विकास के लिए इसमें प्रोटीन होता है –
आपके बच्चे को विकास के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है | यह आप उसे गाय के दूध के माध्यम से दे सकते हैं गाय के दूध में कार्बोहाइड्रेट भी होता है | जो आपके बच्चे को दिन भर चुस्त रखता है
7) मानशिक विकार –
                               छोटे बच्चे के मानशिक और बौद्धिक विकास के लिए गाय का दूध बहुत जरुरी हे |रोजाना गाय का दूध पीने से आपका बच्चा बुद्धिमान और स्मार्ट बनता है |
8) वजन कम करने ने उपयोगी –
                                             गाय का दूध पिने से आपका मेटाबोलिज्म बढ़ता हे | जिससे आपको बार – बार भूख नहीं लगती हे | इसमें पार्यप्त मात्रा में प्रोटीन भी होता हे जो वर्कआउट के लिए आपको पार्यप्त उर्ज्जा देता हे |मुत्रसय से सबंधी रोगों में गाय के दूध में गुड मिलाकर पिने से काफी फायदा रहता है |हर रोज गाय का दूध पिने से टीबी के मरीजो को फायदा होता हे| गाय के कच्चे दूध से चहेरे पर मसाज करने से त्वचा गोरी और चमकदार होती हे | वहीं एक चम्मच कच्चे दूध में केसर मिलाकर होठो पर मालिस करे तो उससे होठो का कालापन भी दूर होता हे |

गाय का दूध बच्चे की सेहत कि सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं

गाय का दूध कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है :-

गाय के दूध में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो बच्चे की ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है। कैल्शियम बच्चे की हड्डियों व दांतो को मजबूती देता है। साथ ही मांसपेशियों को भी मजबूती प्रदान करता है। इसमें विटामिन डी भी पाया जाता है जो कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।

गाय का दूध एनर्जी से भरपूर है :-

बच्चे को एनर्जी की बहुत जरूरत पड़ती है क्योंकि वह सारा दिन खेलकूद करते रहते हैं। ऊर्जावान रहने के लिए गाय का दूध बढ़िया है। साथ ही यह कमजोरी, थकान और कब्ज की समस्या को भी दूर रखता है।

गाय का दूध बच्चों के हार्मोंल ग्रोथ के लिए अच्छा है :-

हार्मोंनल ग्रोथ के लिए गाय का दूध अच्छा स्त्रोत है। बहुत सारी स्टडी में यह बात साबित हुईहै कि दूध पीने से हार्मोंनल विकास अच्छा होता है, नतीजा हड्डियों को भी मजबूती मिलती है। बच्चों की हाइट लंबी करने में भी दूध की अहम भूमिका है।

गाय का दूध विटामिन ए (A) और बी (B) से भरपूर है :-

विटामिन डी के अलावा इस दूध में विटामिन बी और ए भी भरपूर होता है जो ब्रेन व नर्वस सिस्टम को सही से चलाने में मददगार होता है। यह मेटाबॉलिज्म सेल्स को बढ़ाता है। विटामिन ए आंखों के लिए बहुत जरूरी है। यह रोशनी को तेज करने में मददगार होता है।
गाय का दूध बच्चो के साथ साथ ही युवान और बुजुर्गो के लिए भी बहुत पौष्टिक ओर फायदेमंद होता है |इसलिए बच्चो के साथ ही खुद भी रोजाना गाय के दूध का सेवन करे |बच्चो की त्वचा बेहद नाजुक और संवेदनशील होती हे | बाज़ार में मोजूद केमिकल युक्त उत्पादक उनकी त्वचा को नुकसान पहुचाता हे |बच्चो के रंग को साफ और बेदाग बनाने के लिए भी गाय के कच्चे दूध का प्रयोग किया जा सकता हैं|
दूध के साथ अपने बच्चे को क्या नहीं खिलाए :- 
कई ऐसे खाद्य पदार्थ है जिन्हें दूध के साथ खाने से नुकसान होता है | आयुर्वेद में इन्हें विरुद्ध आहार कहा जाता है दूध के विरुद्ध सहयोग निम्न है अर्थात दूध के साथ कभी भी निम्नलिखित चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए –
नमक, दही, मछली, मूली, इमली, खरबूजा, नारियल, नींबू, जामुन, अनार, आंवला, उड़द, आचार, प्याज.

दूध से बनी चीजों के फायदे

दूध तो फायदेमंद है ही इसके साथ ही साथ दूध से बनी चीजों में भी इतने ही लाभकारी गुण पाए जाते हैं |
• मलाई -दूध की मलाई स्निग्ध, वात और पित्त को शांत करने वाली और वृस्य है |
• खोया – खोया भारी चिकनाई युक्त होता है वह ताकत को बढ़ाने वाला होता है |
• पनीर – आजकल सभी चीजों में अब पनीर का ज्यादा उपयोग होता है पनीर बल कारक और खोए से हल्का होता है |
आजकल बाजार में पैकेट वाले दूध अधिक मात्रा में बिकते हैं और बड़े शहरों में लोग इन्हीं दूध पर आश्रित है पैकेट वाले दूध प्राकृतिक दूध की तुलना में कम पोस्टिक माने जाते हैं इसलिए अगर संभव हो तो देसी गाय का दूध अपने बच्चे को दें और खुद भी इसका सेवन करें |

देसी गाय और विदेशी गाय में क्या अंतर है :- 

देसी गाय का दूध ,दही ,गोमूत्र की सभी चीजें हमारे लिए फायदेमंद है | पर क्या विदेशी गाय की सभी चीजें हमारे लिए फायदेमंद है | जी नहीं विदेशी गाय का दूध हमारे शरीर को नुकसान करता है |
विदेशी गाय की दो जाति है जर्सी और होल्सटीन यह मात्रा में दूध भले ही ज्यादा देती है पर वास्तव में इनके उत्पादक फायदे हमारे शरीर को नुकसान करते हैं | कई अध्ययन तो इन्हें गाय मानने को तैयार नहीं है यह अपने मूल रूप में यूरोप का उरूस नामक जंगली जानवर था जिसका यूरोपियन लोग शिकार किया करते थे | जंगली जानवर होने के नाते शिकार करना मुश्किल होता था इसलिए कई जानवरों के साथ इसका प्रजनन करवाया गया अंत में देसी गाय के साथ प्रजनन के बाद जर्सी प्रजाति का विकास हुआ, यूरोप में इनके दूध को सीधे-सीधे पीने योग्य नहीं माना जाता है यानि ट्रीट करने के बाद ही बाजार में भेजा जाता है इसके दूध में कैसोमोनिक नामक एक रसायन पाया जाता है | जो एक तरह से धीमा जहर है जिससे उच्च रक्तचाप सहित मन की कई बीमारियां होने का खतरा रहता है इसकी एक वजह यह भी है कि भारत में क्रॉस बिल्डिंग यानी शंकरण करने की प्रक्रिया भी और अवैज्ञानिक और असंतुलित है | हमारे किसान और पशु पालक इसके नुकसान के प्रति बिल्कुल भी जागृत नहीं है इन्हें दूध की अधिक मात्रा से ही मतलब है इसलिए देशभर में बड़ी तेजी से गाय की देसी नस्लें खत्म हो रही है| वर्ष 2012 में हुई पशुगणना के अनुसार उससे पहले के 5 वर्षों मैं देसी गाय की आबादी में 32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है जबकि विदेशी नस्लें की गाय की आबादी 37% की वृद्धि हुई है | यदि ऐसा हाल रहा तो अगले 10 वर्षों में भारतीय देशी गाय लुप्त हो जाएगी विदेशी गाय के दूध से डायबिटीज का खतरा होता है मुख्य रूप से शरीर में इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा न बनने से होती है | विदेशी गाय के दूध में आर्टीजमर नामक रोग की आशंका को बढ़ाता है जिस कारण बच्चों के मस्तिष्क का विकास सामान्य रूप से नहीं हो पाता है |
जर्सी गाय का दूध लीवर और किडनी के लिए समस्या बन रहा हे | जर्सी गाय के दूध में पाया जाने वाला अ-१ बीटा केसिन किडनी और लीवर को कमजोर करता है | जर्सी गाय भले ही ज्यादा दूध देती हे , मगर इसमें पाया जाने वाला यह प्रोटीन लीवर और किडनी के साथ ही पेनक्रियाज, मस्तिस्क को धीरे – धीरे नुकसान पहुचाता हे | जिससे इन अंगो में सुजन की समस्या होने लगती हे , जो कई अन्य किस्म की बीमारियाँ की वजह बनती हे | दूध बेचेने वाली कम्पनिया सिर्फ अपने मुनाफे के लिए जर्सी गायो की पूरी पलटन तैयार कर रही हे |
          ब्राजील में भारतीय गाय पे जब रिसर्च हुआ तो पता चला की भारतीय गाय से प्राप्त होने वाली हर चीज जेसे के दूध , गोमूत्र , गोबर इत्यादि सब हमारे लिए अमृत के सामान है , ब्राजील में भारतीय गाय के अनुसार अनुसन्धान की वजह से उन्होंने अपने देश में भारतीय गाय का संरक्ष्ण शुरू किया और उनका डेलिगेशन भारत में भारतीय गयो के संरक्षण के लिए गोशाला में विजिट करते रहते हैं |
          गाय के दूध को संपूर्ण डाइट भी कहा जाता है। बढ़ते बच्चों की ग्रोथ के लिए गयों के दूध को बच्चें की डाइट में शामिल करना बहुत जरूरी है। हररोज बच्चे को गाय का दूध जरूर दें। बच्चे के विकास के लिए गाय का दूध बेस्ट है | 2 साल के बाद बच्चे को गाय का दूध शुरू कर देना चाहिए क्योंकि गाय के दूध से बच्चें को संपूर्ण न्यूट्रिशंस मिल जाते हैं। गाय का दूध बच्चे की हड्डियों व दांतों को मजबूती प्रदान करता है साथ ही उसकी इम्यूनिटी पॉवर को भी स्ट्रांग करता है। बच्चें के शारीरिक व दिमागी विकास के लिए भी गाय का दूध अच्छा माना जाता है। गाय के दूध में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो बच्चे को डायबिटीज व दिल से जुड़ी बीमारियों से रक्षा करते हैं।

Dr. Kavita Patel

BAMS

Email Us : hello@crazykids.in

Comments

  • Jyotsana Raval
    June 20, 2020

    Very good information

    Reply
  • Jyotsana Raval
    June 20, 2020

    Good information

    Reply

Post a Comment